#लप्रेक
#बारिश
तेज बारिश में अपना छाता सँभालते हुए मैं अपनी मंजिल यानी ऑफिस की तरफ बढ़ा जा रहा था .
बारिश थी तो काफी तेज , ऊपर से ठंडी ठंडी हवा, पूरे शरीर में सर-सराहट पैदा कर रही थी .
अभी घर से थोडा आगे ही पंहुचा था , की मेरी नज़र उसपे गयी .
वाइट टॉप और ब्लू डेनिम , साथ में पूमा के वाइट शूज , कानों में इयरप्लग लगाये हुए,
ऊपर आसमान की तरफ नज़रें लगाये , रोड के लेफ्ट साइड में उस छोटे से पीले शेड
के नीचे खड़ी शायद किसी का इंतज़ार कर रही थी. जब उसने मुझे देखा.
बीइंग ए मैन, आई पासड ए स्माइल. आई वाज रियली रिलैक्स्ड व्हेन आई गोट वन इन रिटर्न टू.
उसने मुझे ऐसे देखा , जैसे कह रही हो , " मे आई कम..!! "
मैंने बिना सोचे कहा- " आई वोंट माइंड एट आल "
चेहरे पे उसकी एक लम्बी मुस्कराहट छा गयी |
क्यूँ करता मैं मना..?? मुझे क्या किसी पागल कुत्ते ने काटा था..!!
वैसे भी मम्मी कहती है " वी शुड हेल्प पीपल्स "
और अगर पीपल्स एक खुबसूरत लड़की निकली, तो मेरी लाटरी...!! और क्या..??
सो अब हम उस छाते के नीचे साथ चल रहे थे.
बात की शुरुवात उसी ने की,
सो हाउ इज योर वर्क इज गोइंग ऑन..?
एक्सक्यूज मी ..!! आई ऍम सॉरी बट हाउ यू क्नो मी.??
आई मीन शायद हम पहली बार मिल रहे हैं राईट..??
हाँ शायद..!! (कन्धों को उचकाते हुए )
फिर ..??
एक्चुअली.. मेरा ऑफिस आपके सामने वाले बिल्डिंग में है.
आपने शायद कभी नोटिस न किया हो..
लेकिन हमारा फ्लोर भी एक ही है..
"8th" (दोनों एक साथ बोले..)
फिर दोनों साथ हँस पड़े..
तो.. तुम अभी भी नहीं बदले .. शांतनु..!!
वही मेहनत.. वही लगन..!!
आई वाज शौकड..!!
बस एक ही बात दिमाग में चल रही थी की अभी तक मैंने खुद को इंट्रोडूस नहीं कराया..
देन हाउ शी क्नोस माय नेम..?
तुमने अभी तक मुझे नहीं पहचाना.. है ना..??
मैं चुप-चाप उसके चेहरे को देख रहा था ..
एकटक..!! कुछ ढूँढने में लगा था मैं..!!
वो चेहरा कुछ जाना पहचाना लगने तो लगा था ..
लेकिन कहाँ..??
इट्स बीन 9 इयरस.. (वो बोली)
आई ऍम सॉरी फॉर आल..
मैं भी तुझे भूल चूकी थी ..
लेकिन ये किश्मत..!! (चुप हो गयी कहकर )
यू क्नो व्हाट..??
आई स्टिल फील फॉर यू.. !!
मैं अभी भी उसी हालत में था ..
चेहरे पे ढेरों ????? लिए हुए..
अभी 3 महीने पहले ही मेरा ट्रान्सफर हुआ है इस ब्रांच में..
दुसरे दिन ही मेरी नज़र तुम पर पड़ी थी.
लेकिन मैंने इसको किस्मत के भरोशे छोड़ रखा था .
बारिश और जोरों की होने लगी.
लेकिन हम ऑलमोस्टअपने बिल्डिंग तक पहुँच चुके थे ..
थैंक्स फॉर अम्ब्रेला..!!
और उस ने बाय कहने के लिए अपना हाथ हिलाया, जब
मेरी नज़र उसके हथेली के नीचे बने टैटू पर पड़ी..
जिसमे लिखा था "आरोही"
वो आगे बढ़ चुकी थी ..
लेकिन मैं वहीँ खड़ा था ..
अब याद आने लगा
वो 8th स्टैण्डर्ड, वो बारिश,
वो इंटरवल , वो ट्रुथ एंड डेयर, मेरा प्रपोजल ,
उसकी हामी, मेरा उसको मना करना , उसके आंसू .
मेरे आगे बढ़ते कदम..
1 महीने बाद पापा का ट्रान्सफर ,
और हमारी कहानी का दी एंड...
आरोही अपने केबीन में थोड़ी देर से पंहुची..
जब उसने नज़र सामने बिल्डिंग पर दौड़ाई
तो उसे कुछ दिखा ..
एक काग़ज़ , लाल अक्षर, लाल गुलाब,
बड़े बड़े शब्दों में
"लव यू टू आरोही.."
और साथ में खड़ा
शांतनु .....
जिस बारिश में कहानी शुरू हुई थी.
फिर उसी बारिश ने आज इस कहानी को नया मौका दिया..
:- #MJ_की_कीपैड_से
#बारिश
तेज बारिश में अपना छाता सँभालते हुए मैं अपनी मंजिल यानी ऑफिस की तरफ बढ़ा जा रहा था .
बारिश थी तो काफी तेज , ऊपर से ठंडी ठंडी हवा, पूरे शरीर में सर-सराहट पैदा कर रही थी .
अभी घर से थोडा आगे ही पंहुचा था , की मेरी नज़र उसपे गयी .
वाइट टॉप और ब्लू डेनिम , साथ में पूमा के वाइट शूज , कानों में इयरप्लग लगाये हुए,
ऊपर आसमान की तरफ नज़रें लगाये , रोड के लेफ्ट साइड में उस छोटे से पीले शेड
के नीचे खड़ी शायद किसी का इंतज़ार कर रही थी. जब उसने मुझे देखा.
बीइंग ए मैन, आई पासड ए स्माइल. आई वाज रियली रिलैक्स्ड व्हेन आई गोट वन इन रिटर्न टू.
उसने मुझे ऐसे देखा , जैसे कह रही हो , " मे आई कम..!! "
मैंने बिना सोचे कहा- " आई वोंट माइंड एट आल "
चेहरे पे उसकी एक लम्बी मुस्कराहट छा गयी |
क्यूँ करता मैं मना..?? मुझे क्या किसी पागल कुत्ते ने काटा था..!!
वैसे भी मम्मी कहती है " वी शुड हेल्प पीपल्स "
और अगर पीपल्स एक खुबसूरत लड़की निकली, तो मेरी लाटरी...!! और क्या..??
सो अब हम उस छाते के नीचे साथ चल रहे थे.
बात की शुरुवात उसी ने की,
सो हाउ इज योर वर्क इज गोइंग ऑन..?
एक्सक्यूज मी ..!! आई ऍम सॉरी बट हाउ यू क्नो मी.??
आई मीन शायद हम पहली बार मिल रहे हैं राईट..??
हाँ शायद..!! (कन्धों को उचकाते हुए )
फिर ..??
एक्चुअली.. मेरा ऑफिस आपके सामने वाले बिल्डिंग में है.
आपने शायद कभी नोटिस न किया हो..
लेकिन हमारा फ्लोर भी एक ही है..
"8th" (दोनों एक साथ बोले..)
फिर दोनों साथ हँस पड़े..
तो.. तुम अभी भी नहीं बदले .. शांतनु..!!
वही मेहनत.. वही लगन..!!
आई वाज शौकड..!!
बस एक ही बात दिमाग में चल रही थी की अभी तक मैंने खुद को इंट्रोडूस नहीं कराया..
देन हाउ शी क्नोस माय नेम..?
तुमने अभी तक मुझे नहीं पहचाना.. है ना..??
मैं चुप-चाप उसके चेहरे को देख रहा था ..
एकटक..!! कुछ ढूँढने में लगा था मैं..!!
वो चेहरा कुछ जाना पहचाना लगने तो लगा था ..
लेकिन कहाँ..??
इट्स बीन 9 इयरस.. (वो बोली)
आई ऍम सॉरी फॉर आल..
मैं भी तुझे भूल चूकी थी ..
लेकिन ये किश्मत..!! (चुप हो गयी कहकर )
यू क्नो व्हाट..??
आई स्टिल फील फॉर यू.. !!
मैं अभी भी उसी हालत में था ..
चेहरे पे ढेरों ????? लिए हुए..
अभी 3 महीने पहले ही मेरा ट्रान्सफर हुआ है इस ब्रांच में..
दुसरे दिन ही मेरी नज़र तुम पर पड़ी थी.
लेकिन मैंने इसको किस्मत के भरोशे छोड़ रखा था .
बारिश और जोरों की होने लगी.
लेकिन हम ऑलमोस्टअपने बिल्डिंग तक पहुँच चुके थे ..
थैंक्स फॉर अम्ब्रेला..!!
और उस ने बाय कहने के लिए अपना हाथ हिलाया, जब
मेरी नज़र उसके हथेली के नीचे बने टैटू पर पड़ी..
जिसमे लिखा था "आरोही"
वो आगे बढ़ चुकी थी ..
लेकिन मैं वहीँ खड़ा था ..
अब याद आने लगा
वो 8th स्टैण्डर्ड, वो बारिश,
वो इंटरवल , वो ट्रुथ एंड डेयर, मेरा प्रपोजल ,
उसकी हामी, मेरा उसको मना करना , उसके आंसू .
मेरे आगे बढ़ते कदम..
1 महीने बाद पापा का ट्रान्सफर ,
और हमारी कहानी का दी एंड...
आरोही अपने केबीन में थोड़ी देर से पंहुची..
जब उसने नज़र सामने बिल्डिंग पर दौड़ाई
तो उसे कुछ दिखा ..
एक काग़ज़ , लाल अक्षर, लाल गुलाब,
बड़े बड़े शब्दों में
"लव यू टू आरोही.."
और साथ में खड़ा
शांतनु .....
जिस बारिश में कहानी शुरू हुई थी.
फिर उसी बारिश ने आज इस कहानी को नया मौका दिया..
:- #MJ_की_कीपैड_से