#हैप्पी_बर्थडे_भानू_भैया
@नोएडा #गॉड_क्नो_व्हिच_सेक्टर :p #डेट-11/05/2013 मेरे अपने शम्मी कपूर यानी मुकेश भैया ने मुझसे कहा की- "आज तुम्हें भानु भैया से मिलाता हूँ." मैंने उनकी तरफ देखा, कहा - "कौन है ये बंदा?" एंड ही वाज लाइक- "हम्म.. दैट्स टफ क्वेश्चन.." "जैसे तू मेरे मामा का बेटा है, वैसे मैं, उनके मामा का बेटा हूँ." "ऐसे तो बड़ा दूर का रिश्ता है ये, भैया मेरे से!"- आई सेड! "हाँ वो तो है. " आई वाज रियली वांटेड टू क्नो, कौन है ये बंदा.? क्यूंकि बच्चे भी काफी बता रहे थे. की भानु भैया ये ! भानु भैया वो! आई फिगर्ड- काफी पोपुलर बंदा है ये! एटलीस्ट बच्चों के बीच. :p और ये आये! इनको देखा मैंने, इनको मैंने बस नमस्ते किया. आई वाज लाइक- "ऐसी क्या बात होगी इस बन्दे में? " शुरुवात में उतनी बात तो नहीं हुई. बट वी हेड, फ़ूड टूगेदर (आई गेस इट वाज डिनर और लंच). उस दौरान ही पता चल गया था की एक चीज़ तो कॉमन मिली- "भैया! को भी खाने का शौक है! आई मेंट -ज्यादे खाने का शौक है!!" :D :D आह! हम तीनों (शम्मी कपूर, मैं, एंड भानू भैया) ने मिलकर काफी पराठे खाए!! इट वाज डैम टेस्टी!! आई मस्ट सेय! बातें तो स्टार्ट हो गयी थी. डे आफ्टर नेक्स्ट डे इट वाज माय एग्जाम ऑफ़ कंप्यूटर साइंस! भगवान् को भी पता होगा - एज यूज़अल "कुछ नीं पढ़ा था, तब तक" :p तो मुझे जाना था, ऑबइसली टू प्रिपेयर! देन भानु भैया सेड टू मुकेश भैया- यार मुझे c++सिखा दे! एज ही इज कंप्यूटर साइंस इंजिनियर. एंड दे बोथ गो अलोंग वेरी वेल! सो ही एक्सेप्टेड देट ऑफर! इफ यू आस्क मी, आई रियली वाना हैंग अराउंड विथ देम. बट कुडन्ट हेल्प माइसेल्फ. देन मुकेश भैया सेड- तेरा भी तो एग्जाम हैं न कंप्यूटर साइंस का..? एंड आई वाज लाइक- हाँ, है तो..!! तो चल तू भी भानु भैया के यहाँ, तू भी सीख लेगा c++. मैंने भानु भैया की तरफ देखा, एज इफ आई नीड अ इनविटेशन ब्रो..!! "हाँ, चल न.." - एंड देन ही (भानु भैया) सेड इट.. डीड नॉट हेजीटेट एट आल. आई जस्ट नोडेड विथ अ बिग स्माइल ऑन माय फेस. :D वी हायर्ड अ रिक्शा, आफ्टर रीचिंग (डोंट रेमेम्बेर वेयर)देयर, आई सेड, इफ आई कैन पे हीम (रिक्शा वाला)! बहुत अच्छी बात बोली उन्होंने- "जब तक तेरे साथ बड़े मौजूद हो, तुझे इसकी जरुरत नहीं पड़ेगी छोटे!!" आई वाज रियली स्माइलिंग. आई स्टार्टेड लाइकिंग हीम. वी रिच्ड एट हिज प्लेस नोन एज- "खड्डा कॉलोनी" (इट्स सम व्हेयर नियर फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन) कमरे में अन्दर घुसते ही आई नोटिसड - बुक्स!! लॉट्स ऑफ़ बुक्स!! हेल ऑफ़ बुक्स!! राईट साइड में बड़ा से टेबल. टेबल पे गैस. ढेर सारी मैग्गी, एक सिंगल बेड. बेड के आगे डेस्कटॉप! एक छोटा क्यूट सा फ्रिज, एक्वा गार्ड, दो बहुत ही वाइट क्यूट चूहे, टेबल के नीचे बर्तन और अस्त व्यस्त सामान. येह! नाउ यू क्नो ही वाज बैचलर देन! आई मीन ही स्टिल इज. :p (प्लीज भैया!! जल्दी शादी कीजिये , बाराती जाने के लिए मैं मर रहा हूँ, पेट भर के नाचूँगा.., हाँ , वो नागिन स्टाइल में भी..) :D :D आई आस्कड हीम- "ये सारी किताबें पढ़ रखी है आपने" ही नोडेड विथ अ स्माइल. इत्ता शौक है क्या..? बहुत ज्यादा! वो दोनों बातें कर रहे थे और मैं आशिकी 2 देखने में बिजी हो गया था. शाम को हम तीनों वाक पर निकले. काफी सेक्सी मौसम हो रहा था. बहुत हल्की बारिश हो रही थी. और खड्डा के नाम पे वहां केवल एक नाला था, ज्यादा पानी तो नहीं था. काफी देर तक घूमते रहे. बातों बातों में पता चला- ये नीलेश मिश्रा से भी मिल चुके हैं!! पर्सनली!! आई वाज रियली एक्साइटेड बाय देट. भई! उन दिनों मैं काफी फैन था उनका.!! भई अगर आपने दिली में रह कर नीलेश मिश्रा की कहानियों को नहीं सुना, तो क्या किया!!? उन्होंने बताया की, नीलेश मिश्रा ने उनसे कहा भी था की वो अगर उनके लिए कहानियां लिख सकते हैं..? तो अब ये पता चल चूका था की बंदा लिखता भी है. गुगली पे गुगली डाल रहे थे ये भैया. इन द स्टार्टिंग ही वाज ट्राइंग टू मेक डिस्टेंस यू क्नो लाइक ब्रदर्स यूज़ड टू हैव देट थिंग. बट लेटर ऑन सब ठीक हो गया. उनको खोल दिया मैंने'!!! :D आई मीन नाउ वी कैन हैव टॉक लाइक एडल्ट्स. थैंक्स टू शम्मी कपूर भैया. ही मस्ट हैव कम्फर्टेड हीम.. :D :D :D :D इट वाज रियली नाइस मीटिंग हीम. शायद लाइफ चेंजिंग एक्सपीरियंस कह सकता हूँ. जानवर वहीँ भागता है, जहाँ उसको प्यार मिलता है, और मैं तो फिर भी इंसान हूँ. आप दोनों (भानु एंड मुकेश भैया) ने मुझे वो दिया, जिसके लिए मैं तरस रहा था. शुक्रिया भैया उस समय के लिए. आई विल नेवर फॉरगेट देम! थैंक्स शम्मी कपूर, आपने मुझे भानु भैया से मिला. मैं उनसे (शम्मी कपूर) , आपके बारे में अक्सर पुछा करता था- की भैया, कोई इतना हम्बल, इतना जेंटल, इतना काम(calm) कैसे रह सकता है..? और भैया ने कहा- वक़्त बहुत बलवान है बच्चे! बहुत कुछ सीखा देता है. उन्हीं से मुझे पता चला की आप भी आम लड़कों/ बच्चों की तरह शैतान/नटखट हुआ करते थे बचपन में! और देखिये वक़्त ने आपको क्या बना दिया. ऐसे ही रहेइगा भैया. आई रियली वांट यू टू डू बिग इन योर लाइफ. और आखिर आप भी तो उनमें से एक हैं , जिनको मैंने पढ़ के लिखना सिख रहा हूँ. लव यू भानु भैया! गॉड ब्लेस यू! एंड येह- हैप्पी बर्थडे! :) बाय द वे, वी हेड लिटिल क्लास ऑफ़ c++ इन नाईट. आई वाज लिटिल टायर्ड . रात को पढ़ते पढ़ते मैंने उन कहानियों को अपने पी.डी में कॉपी किया. बहुत खुश था मैं.! अरे हाँ! मैं मुकेश भैया को शम्मी कपूर क्यूँ बुलाता हूँ, इंतज़ार कीजिये इनके बर्थडे का!! :D :D (इनके ऊपर तो मैं पूरी नावेल लिख सकता हूँ. #MrPerfect #TheOpposite )
@नोएडा #गॉड_क्नो_व्हिच_सेक्टर :p #डेट-11/05/2013 मेरे अपने शम्मी कपूर यानी मुकेश भैया ने मुझसे कहा की- "आज तुम्हें भानु भैया से मिलाता हूँ." मैंने उनकी तरफ देखा, कहा - "कौन है ये बंदा?" एंड ही वाज लाइक- "हम्म.. दैट्स टफ क्वेश्चन.." "जैसे तू मेरे मामा का बेटा है, वैसे मैं, उनके मामा का बेटा हूँ." "ऐसे तो बड़ा दूर का रिश्ता है ये, भैया मेरे से!"- आई सेड! "हाँ वो तो है. " आई वाज रियली वांटेड टू क्नो, कौन है ये बंदा.? क्यूंकि बच्चे भी काफी बता रहे थे. की भानु भैया ये ! भानु भैया वो! आई फिगर्ड- काफी पोपुलर बंदा है ये! एटलीस्ट बच्चों के बीच. :p और ये आये! इनको देखा मैंने, इनको मैंने बस नमस्ते किया. आई वाज लाइक- "ऐसी क्या बात होगी इस बन्दे में? " शुरुवात में उतनी बात तो नहीं हुई. बट वी हेड, फ़ूड टूगेदर (आई गेस इट वाज डिनर और लंच). उस दौरान ही पता चल गया था की एक चीज़ तो कॉमन मिली- "भैया! को भी खाने का शौक है! आई मेंट -ज्यादे खाने का शौक है!!" :D :D आह! हम तीनों (शम्मी कपूर, मैं, एंड भानू भैया) ने मिलकर काफी पराठे खाए!! इट वाज डैम टेस्टी!! आई मस्ट सेय! बातें तो स्टार्ट हो गयी थी. डे आफ्टर नेक्स्ट डे इट वाज माय एग्जाम ऑफ़ कंप्यूटर साइंस! भगवान् को भी पता होगा - एज यूज़अल "कुछ नीं पढ़ा था, तब तक" :p तो मुझे जाना था, ऑबइसली टू प्रिपेयर! देन भानु भैया सेड टू मुकेश भैया- यार मुझे c++सिखा दे! एज ही इज कंप्यूटर साइंस इंजिनियर. एंड दे बोथ गो अलोंग वेरी वेल! सो ही एक्सेप्टेड देट ऑफर! इफ यू आस्क मी, आई रियली वाना हैंग अराउंड विथ देम. बट कुडन्ट हेल्प माइसेल्फ. देन मुकेश भैया सेड- तेरा भी तो एग्जाम हैं न कंप्यूटर साइंस का..? एंड आई वाज लाइक- हाँ, है तो..!! तो चल तू भी भानु भैया के यहाँ, तू भी सीख लेगा c++. मैंने भानु भैया की तरफ देखा, एज इफ आई नीड अ इनविटेशन ब्रो..!! "हाँ, चल न.." - एंड देन ही (भानु भैया) सेड इट.. डीड नॉट हेजीटेट एट आल. आई जस्ट नोडेड विथ अ बिग स्माइल ऑन माय फेस. :D वी हायर्ड अ रिक्शा, आफ्टर रीचिंग (डोंट रेमेम्बेर वेयर)देयर, आई सेड, इफ आई कैन पे हीम (रिक्शा वाला)! बहुत अच्छी बात बोली उन्होंने- "जब तक तेरे साथ बड़े मौजूद हो, तुझे इसकी जरुरत नहीं पड़ेगी छोटे!!" आई वाज रियली स्माइलिंग. आई स्टार्टेड लाइकिंग हीम. वी रिच्ड एट हिज प्लेस नोन एज- "खड्डा कॉलोनी" (इट्स सम व्हेयर नियर फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन) कमरे में अन्दर घुसते ही आई नोटिसड - बुक्स!! लॉट्स ऑफ़ बुक्स!! हेल ऑफ़ बुक्स!! राईट साइड में बड़ा से टेबल. टेबल पे गैस. ढेर सारी मैग्गी, एक सिंगल बेड. बेड के आगे डेस्कटॉप! एक छोटा क्यूट सा फ्रिज, एक्वा गार्ड, दो बहुत ही वाइट क्यूट चूहे, टेबल के नीचे बर्तन और अस्त व्यस्त सामान. येह! नाउ यू क्नो ही वाज बैचलर देन! आई मीन ही स्टिल इज. :p (प्लीज भैया!! जल्दी शादी कीजिये , बाराती जाने के लिए मैं मर रहा हूँ, पेट भर के नाचूँगा.., हाँ , वो नागिन स्टाइल में भी..) :D :D आई आस्कड हीम- "ये सारी किताबें पढ़ रखी है आपने" ही नोडेड विथ अ स्माइल. इत्ता शौक है क्या..? बहुत ज्यादा! वो दोनों बातें कर रहे थे और मैं आशिकी 2 देखने में बिजी हो गया था. शाम को हम तीनों वाक पर निकले. काफी सेक्सी मौसम हो रहा था. बहुत हल्की बारिश हो रही थी. और खड्डा के नाम पे वहां केवल एक नाला था, ज्यादा पानी तो नहीं था. काफी देर तक घूमते रहे. बातों बातों में पता चला- ये नीलेश मिश्रा से भी मिल चुके हैं!! पर्सनली!! आई वाज रियली एक्साइटेड बाय देट. भई! उन दिनों मैं काफी फैन था उनका.!! भई अगर आपने दिली में रह कर नीलेश मिश्रा की कहानियों को नहीं सुना, तो क्या किया!!? उन्होंने बताया की, नीलेश मिश्रा ने उनसे कहा भी था की वो अगर उनके लिए कहानियां लिख सकते हैं..? तो अब ये पता चल चूका था की बंदा लिखता भी है. गुगली पे गुगली डाल रहे थे ये भैया. इन द स्टार्टिंग ही वाज ट्राइंग टू मेक डिस्टेंस यू क्नो लाइक ब्रदर्स यूज़ड टू हैव देट थिंग. बट लेटर ऑन सब ठीक हो गया. उनको खोल दिया मैंने'!!! :D आई मीन नाउ वी कैन हैव टॉक लाइक एडल्ट्स. थैंक्स टू शम्मी कपूर भैया. ही मस्ट हैव कम्फर्टेड हीम.. :D :D :D :D इट वाज रियली नाइस मीटिंग हीम. शायद लाइफ चेंजिंग एक्सपीरियंस कह सकता हूँ. जानवर वहीँ भागता है, जहाँ उसको प्यार मिलता है, और मैं तो फिर भी इंसान हूँ. आप दोनों (भानु एंड मुकेश भैया) ने मुझे वो दिया, जिसके लिए मैं तरस रहा था. शुक्रिया भैया उस समय के लिए. आई विल नेवर फॉरगेट देम! थैंक्स शम्मी कपूर, आपने मुझे भानु भैया से मिला. मैं उनसे (शम्मी कपूर) , आपके बारे में अक्सर पुछा करता था- की भैया, कोई इतना हम्बल, इतना जेंटल, इतना काम(calm) कैसे रह सकता है..? और भैया ने कहा- वक़्त बहुत बलवान है बच्चे! बहुत कुछ सीखा देता है. उन्हीं से मुझे पता चला की आप भी आम लड़कों/ बच्चों की तरह शैतान/नटखट हुआ करते थे बचपन में! और देखिये वक़्त ने आपको क्या बना दिया. ऐसे ही रहेइगा भैया. आई रियली वांट यू टू डू बिग इन योर लाइफ. और आखिर आप भी तो उनमें से एक हैं , जिनको मैंने पढ़ के लिखना सिख रहा हूँ. लव यू भानु भैया! गॉड ब्लेस यू! एंड येह- हैप्पी बर्थडे! :) बाय द वे, वी हेड लिटिल क्लास ऑफ़ c++ इन नाईट. आई वाज लिटिल टायर्ड . रात को पढ़ते पढ़ते मैंने उन कहानियों को अपने पी.डी में कॉपी किया. बहुत खुश था मैं.! अरे हाँ! मैं मुकेश भैया को शम्मी कपूर क्यूँ बुलाता हूँ, इंतज़ार कीजिये इनके बर्थडे का!! :D :D (इनके ऊपर तो मैं पूरी नावेल लिख सकता हूँ. #MrPerfect #TheOpposite )