रास्ता पता है मगर..मंजिल से अनजान हूँ

रास्ता पता है मगर..मंजिल से अनजान हूँ

Thursday, 14 January 2016

हैप्पी बर्थडे-अमन भैया

#हैप्पी_बर्थडे
#इट्स_नेवर_टू_लेट
#है_ना
#यादों_की_खिड़की_से
बात ये शायद 2007  की रही होगी, हमारे खटीमा के रामलीला मैदान में कोई फंक्शन चल रहा था.
कोई कॉम्पटीशन टाइप या एनी टैलेंट सर्च/हंट . आई वाज विथ ममा एंड पा.
सो, मैं जब पहुंचा कोई पुराना सा गाना चल रहा था. इट वाज ऑफ़ सिक्सटी और सेवेंटीज शायद.
हाँ, इट वाज- "हम काले है तो क्या दिलवाले है". कोई बंदा नीचे लुंगी और ऊपर ब्लैक एंड वाइट
हॉरिजॉन्टल स्ट्रिप्स की टी-शर्ट पहने हुए था. चेहरे को शायद डार्क या गहरा मेक-अप  किया हुआ था
उसने, गाने के अनुरूप आई मीन चेहरा काला था उसका. बिल्कुल ओरिजिनल मह्मूद साहब जैसे.
मैंने देखा चेहरा कुछ जाना पहचाना लग रहा है. मेरे चेहरे पे मुस्कान आ गयी.
"अरे! पा ये तो हमारे स्कूल का ही लड़का है", मैंने चहकते हुए उसकी तरफ ऊँगली दिखते हुए कहा.
तो हाँ, ये वही था, हमारे "अमन भैया". जिनको आप सब  "द अमन अग्रवाल मारवाड़ी" के नाम से जानते है. :D
भले ही मैं इन्हें "ए मैन" या "अमन हिन्दू" के नाम से पुकारा करता था, यू क्नो लाइक मजाक में.!!
भले ही आप मुझसे 1 साल 27 दिन ही बड़े हो, आई मीन इन एक्चुअल.
बट आई वांट यू टू क्नो देट, आई आलवेज रेस्पेक्टेड यू मैन. भले ही मेरे सेल फ़ोन के कॉन्टेक्ट्स में "अमन" नाम से आपका नंबर
फीड हो, लेकिन मैंने आपको हमेशा "भैया" ही बुलाया है. करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग! :D
तो ये थी वो पहली मुलाकात व्हेन आई नोटिसड यू. 2007 में, मैं 7th स्टैण्डर्ड मैं रहा होऊंगा.
और आप मेय बी इन 9th.करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग!!
फिर जब आप हेल्पलाइन की स्कालरशिप एग्जाम दे रहे थे, डिग्री कॉलेज में..!! तब आपको पता
(फ्रॉम अ फ्रेंड ऑफ़ माइन) चला की वाज द टॉपर ऑफ़ लास्ट या प्रिवीयस ईयर एग्जाम ऑफ़ देट वन.
और काफी कुछ बता दिया था मेरे बारे में उस लड़के/दोस्त ने. इफ यू रेमेम्बेर.. ;)
 (आई डोंट वाना टॉक अबाउट दोज थिंग हेयर.)
हाँ, सो देट वाज द मोमेंट वी ऑफिसियली टॉकड. राईट..?? करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग!!
फिर "उस चीज़" के बारे में हमारी काफी बातें होती रही. और फिर "उस चीज़" के कारण मुझे आपके
ग्रुप से आई मीन टंडन भैया, आकाश भैया से मिलने का मौका मिला. आई स्टिल रेमेम्बेर वो "स्लीपवेल के गद्दे"
:D :D :D :D कितना मजाक उड़ाया करते थे आप लोग..!! खासकर टंडन भैया!!
फिर हम जब हेल्पलाइन साथ जाने लगे, ये तब की बात थी जब "बिल्लू बारबर रिलीज हुई थी."
ओह!! आई ऍम सॉरी इन इंग्लिश राईट..?? :D (प्रवीण सर बचा लेना..!!)  :D :D :D
देन वी स्टार्टेड गोइंग हेल्पलाइन टोगेदर. दोज वाज सो कूल डेज. हाउ मच फन वी यूज़ड टू हैव टोगेदर.
इन द क्लास, ऑन द वे टुवर्ड्स होम, एंड नियर दोज वाटर टैंक्स, इन डिबेट्स एंड जी.डी.
इन द हेल्पलाइन यू केम टू क्नो आई सिंग वेरी वेल और होस्ट ए फंक्शन . करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग!!
येह! देट्स ट्रू , आई डोंट वाना ब्रेग्ग अबाउट माइसेल्फ, बट आई कैन डू एनीथिंग. :D :D
और फिर उस फंक्शन के बाद तो आपने, मुझसे अपने बर्थडे में, अपने क्लास में (येह! कैन यू बिलीव हीम)
और उस हैकिंग कैंप में भी गंवाया. बीइंग ऑनेस्ट, अच्छा ही लगता था मुझे.
"मंजेश! कोई एक गाना सुना दे यार..!"
ओनली कॉज ऑफ़ योर डांसिंग एक्ट इन न्यू ईयर, आई नेम्ड यू "चक्कर धारी". करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग!! :D
उन दिनों हम काफी मिला करते थे आपके दुकान पे. खूब सारी बातें हुआ करती थी.
रोज़ दोपहर आ जाया करता था मैं, बतियाने दुकान पे. आंटी कितना गुस्सा करती थी..
"हर वक़्त यही बैठा रहता है", आई ऍम सॉरी आंटी लेकिन ये आपका लड़का ही बुलाया करता था मुझे बतियाने.
:D :D
येह! आई वाना टेल यू आल, आई गेस आई ऍम द "ओनली वन" आफ्टर हीमसेल्फ, हु होल्ड्स हीज सीक्रेट्स.
येह आल सीक्रेट्स.. सो मैं जानता हूँ उनको, अच्छे से.. बहुत अच्छे से.
आई वाना टेल यू भैया, "किसी को नहीं बताया मैंने, कुछ भी". ट्रस्ट मी.
हाँ, मैंने भी आपको आपने सीक्रेट्स बताये थे, बट यू वाज वन ऑफ़ देम, यू वाज नॉट द ओनली पर्सन फॉर मी.
यानी मेरी बात अलग थी. उसी दूकान में मुझे, आपने IUPAC के फंडे सिखाया था.
बिलीव मी भैया, "आई हेट केमिस्ट्री". इट सक्स!! तो उस दिन आपने एक टीचर की भी भूमिका निभा दी मेरे लिए.
टीचर से याद आया, मुझे जब पता चला यू स्टार्टेड टीचिंग एंड आल देट.. आई वाज प्रीटी हैप्पी फॉर यू. यू क्नो लाइक
ए विएर्ड हैप्पीनेस!! लेटर ऑन आई गोट टू क्नो यू आर डूइंग वेरी कूल अप देयर. तब यही ख्याल आया था
"छा गया लड़का, वहां पे भी" :D
आफ्टर +2 यू वेंट हल्द्वानी, एंड आई मूव्ड टू डेहली. फिर उस बीच काफी दूरियां बढ़ गयी थी. आई डोंट क्नो शायद कुछ
प्रॉब्लम थी आपके साथ. यू वाज इग्नोरिंग मी लाइक हेल!! न फेसबुक,और न ही फेस-टू -फेस हमारी बात होती थी.
सो मैंने भी इग्नोर करना शुरू कर दिया. यू वाज क्वाइट बिजी दोज डेज. बहुत बदल गए थे आप,
आँखों के नीचे डार्क सर्किलस, चेहरे से हसीं गायब. पता नहीं किस चीज़ का टेंशन था आपको.
हाँ, यू हेड टोल्ड मी वन्स , "मंजेश, मुझे आजकल पैसे कमाने की लत लग गयी है". करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग!!
आई गेस!! ये सब उसी का नतीजा था, की चेहरे पे हसीं गायब थी, डार्क सर्कल्स, टेंशन एंड आल देट.
बिल्कुल कांटेक्ट कट गया था हमारा, बस बर्थडे विश करने को फ़ोन किया जाता था.
आई रेमेम्बेर, वन्स यू टोल्ड मी, "मंजेश, मैं फेसबुक पे विश किये गए बर्थडे को नहीं मानता"
"इफ यू वाज हैविंग माय नंबर , फ़ोन नहीं कर सकता था तू."
"सॉरी भैया", आगे से ऐसा नहीं होगा.
और ये बात शायद आप भी पिछले साल भूल गए थे. नो फ़ोन कॉल्स, नो टेक्स्ट्स नाइदर ऑन फेसबुक नॉर ऑन
सेल फोंस., नो टाइम लाइन पोस्ट्स नथिंग.
मैंने तो आपकी याद भी नहीं दिलाया था पिछले साल कि "भैया, आप मेरा बर्थडे भूल चुके हो."
बस यही अंतर रह गया था, मुझमें और आपमें.
यू रेमेम्बेर? वन्स यू टोल्ड मी ऑन योर बर्थडे; "यार! मंजेश! सबके विशेज आ गए, लेकिन अभी तक टंडन का कोई खबर नहीं"
"आ जायेगा यारा!, चिल्लएक्स"
देन नेक्स्ट डे, यू टोल्ड मी, कि 12 बजने से ठीक 2 मिनट उसका कॉल आ गया था, एंड ही सेड ,
इट वाज लाइक लेट वाला "सप्राइज" विश. आई वाना क्नो टू.. क्या मैं भी आपकी जिंदगी में वैसी कुछ अहमियत रखता हूँ.
फेसबुक के 4517 फ्रेंड ने अगर आपको विश कर दिया, तो क्या फर्क पड़ता है, की उस "एक" ने विश न किया हो..??
आई मीन "हु केयर्स..??" राईट..??और फिर आपको तो इस बार गूगल और पी.एम.ओ ऑफिस से बधाइयाँ मिल गयी थी,
(वैसे वो गूगल वाला मुझे कोई ट्रिक लगा.. :D ) हाँ, आया था मैं आपके टाइमलाइन पर..
तो क्या फर्क पड़ता है की मंजेश ने विश किया या नहीं..?? हम्म..??आई वाज रियली ग्लैड टू क्नो एंड रिलीवड टू , कि
"फर्क पड़ता है!!". :) :) :)
हम कितने क्लोज है, इसका इसी बात से पता चलता है की "एक भी फोटो नहीं हमारी एक साथ में."
तभी इस पोस्ट को बिना फोटोज के साथ शेयर कर रहा हूँ.
वैसे तो आप ,अपने बच्चों और बहनों के साथ फोटो खीचतें रहते हो, लेकिन इस भाई के साथ एक भी फोटो नहीं है. :/
कभी सोचा है आपने ऐसे..?? :D
एनीवे यू नेवर यूज़ड यू शेयर योर गैजेट्स विथ मी. चाहे वो आपका mp3 प्लेयर हो, या आपका लेप्पी.
लेकिन इस बार जब हम मिले थे काफी महीनों बाद, मैं कह रहा था न तब भी "भैया!! कुछ बदला-बदला लग रहा है आपमें"
लेकिन ये अच्छा बदलाव था. थैंक्स फॉर देट डिनर एंड आइसक्रीम टू.
और क्या कहूँ, दो घंटे से ज्यादा होने जा रहे हैं, लिखते-लिखते. इन दो घंटो में तो एक मूवी खत्म कर देता.
लिखने से याद आया कि आप भी उनमे से एक थे, जिसको पढ़ते-पढ़ते मैंने लिखना सिखा..
बताइयेगा जरुर कैसा लिखा है??
अगर आप सुबह याद नहीं दिलाते तो मैं लिखने की सोचता भी नहीं.. क्यूँ याद दिलाया भैया आपने..??
अगर आप याद नहीं दिलाते तो मुझे पता भी कैसे चलता कि, यू एक्चुअली मिस्ड माय बर्थडे विशेज..
#हैप्पी_बर्थडे_अगेन
आपको वो सब मिले जिसकी आपने कभी खवाहिश की हो.
मेरा भी अगले महीने आने वाला है, कुछ अच्छा सोच के रखियो. मेक श्योर देट वुड वर्थ दिस.
इट्स प्रीटी टफ , एक बन्दे के बारे में इतना लिखना, यू क्नो इट शोज "व्हाट यू मैटर्स टू मी.."
आई बेट, दिस वुड बी द बेस्ट बर्थडे मैसेज टू यू एवर..
"करेक्ट मी इफ आई ऍम रोंग! " (Y)
ये फोटो इस पोस्ट के बाद खिचवायीं गयी है..


Wednesday, 6 January 2016

‪‎मिस्ट्री गर्ल‬

#‎लप्रेक‬
‪#‎मिस्ट्री_गर्ल‬
ओफ्फो!! भाई निकाल ले यारा बस को, कितना लेट करएगा..?? (मैंने ड्राईवर को कहा)
तीन-चार सवारी तो आन दो बॉस!!
"भैया!! ये सत्या जाएगी न..?" (बाहर से आवाज़ आई)
हाँ!! जी मैडम!! जल्दी से आ जाइये.
मैंने आवाज़ का पीछा किया.
उलाला... शी वाज डैम हॉट.. आई एडमिटऐड देट.
कंधे पे हैंडबैग लटकाए हुए, रेड एंड वाइट हॉरिजॉन्टल लाइन वाला टॉप पहना था उसने.
नीचे ब्लैक डेनिम,आँखों में ब्लैक शेड्स और लाल लिपस्टिक में काफी खुबसूरत दिख रही थी.
बस एक ही नज़र का कमाल था ये, पूरा स्कैन कर डाला उसको.
अरे! ये मैं क्या देख रहा हूँ..??
वो मुझे मुस्कुराते हुए,अपने हाथों को हिला कर मुझे हाय कह रही है.
मुझे थोड़ा अजीब लगा.
मैंने बस एक हल्की सी "एहसान जताने वाली" स्माइल पास की, एज इफ आई वाज नॉट इंटरेस्टेड इन हर.
इट वाज मिड जनुअरी, सो इट वाज कूल इनफ. इसीलिए मैं खिड़की वाली सीट छोड़ के बैठा था.
मैं यूज़अली पीछे ही बैठा करता था, ताकि वहां किसी को सीट न देना पड़े.
ध्यान से देख कर की कहीं ये महिला या विकलांग वाली रिजर्व्ड सीट न हो.
वो मेरे पास आ कर रुकी, "एक्सक्यूज मी..!!" क्या वहां कोई बैठा है..??
आदमी का अटेंशन तो किसी के चिल्ला -चिल्ला के "चोर" या "आग" कहने पर उतना नहीं जाता,
जितना लड़की के बस एक बार एक्सक्यूज मी..!! कहने भर पे.
मुझे कुछ भी ठीक नहीं लग रहा था. ज़ेहन में वो ए.सी.पी प्रदुम्न का डायलॉग गूँज रहा था.
"कुछ तो गड़बड़ है दया", पहले वो "हाय" फिर अब ये..!!
सो आई इग्नोरड देट "एक्सक्यूज मी..!!". आई मीन कैन यू बिलीव इट..??
बड़ी ढीठ है यार ये लड़की,..
शी पैटेड ऑन माय शोल्डर बिफोर पॉइंटिंग टुवर्ड्स देट वेकेंट सीट.
मैं जान के भी अनजान बना, जैसे मैंने उसके पिछले "एक्सक्यूज मी..!!" को न सुना हो.
ओह!! श्योर..!!
सो, तो अब सीन ये था की बस की सबसे हॉटेस्ट एंड ब्यूटीफुल लड़की मेरे बगल वाली सीट में बैठी थी.
मिला जुला के यही कोई 7-8 बन्दे रहे होंगे. बस सागरपुर से आगे बढ़ गयी.
मैंने एक नज़र अपने घड़ी पे दौडाई.. 11.23 बज चुके थे.
ओह गॉड प्लीज आज वो 12.10 वाला लेक्चर मिस मत करवइयो!!
लेकिन तभी मुझे याद आया की ये बस तो 724 है, यानी शायद मैं टाइम पे पहुँच सकता हूँ.
मैंने तभी उस रह्श्यमयी लड़की के तरफ तिरछी नज़र से देखा.
उसने अपना सेल फ़ोन निकाला.
ओह.. ब्लैकबेरी!! हाँ..??
उसने फिरबैग से इअरप्लग निकाला और अपने राईट कानों में डाल दिया.
म्म्म्म्म्म्म.. स्कलकैंडी..?? हाँ..??
होली शिट!!! व्हाट वाज देट..??
जैसे ही उसने अपना सेल अनलॉक किया,आई नोटिसड उसके

 होमस्क्रीन पे उसके साथ किसी लड़के के तस्वीर है.
काफी क्लोज लग रहे थे दोनों.. लेकिन ये क्या!!
अबे!! ये तो मैं ही था..!!

मेरे दिमाग में ये "कैसे? कब? कहाँ?" सब चल ही रहा था जब
उसने मुझे अपने इअरप्लग्स का दूसरा सिरा मेरी और बढ़ाया.
सिद्धांत..म्यूजिक..??
"होली क्रेप!! ड्यूड शी क्नोज योर नेम टू..!!" (मैंने सोचा)
मैंने अपना सर तेज़ी से हिलाते हुए उसके ऑफर को रिफ्यूज कर दिया.
नो.. नो.. नो थैंक्स..!!
ओके बेबी! आपका फेवरेट वाला ही चलाती हूँ.
"बेबी..??" ड्यूड ये तो गुगली पे गुगली डाले जा रही है", मैंने सोचा.
एक्सक्यूज मी..!! यू मिस्टेकन!! आई ऍम नॉट "द" वन व्हिच यू आर थिंकिंग ऑफ़..!!
("द" पे ज्यादा जोर देते हुए)
हाँ!! हाँ!! ठीक है, अब इसको लगाओ कान में..
उसने दोबारा मेरी तरफ वो इअरप्लग्स का दूसरा बढ़ाया.
आई ऍम सॉरी!! मैडम!! यू गेटिंग मी रोंग..!!
ओह!! तो आज "मैडम" बन गयी आपकी "मीरा" आपके लिए...
ओह्हो!! व्हाई डोंट यू अंडरस्टैंड..??
कितना भाव खाओगे..!! चलो अच्छा सॉरी सुबह के लिए..
इट वाज मिस्टेकन बेबी!! मुझे बहुत नींद आ रही थी..
आई ऍम सॉरी!! आई कुड नॉट रिसीव योर कॉल..
आई ऍम सॉरी बेबी.. मान भी जाओ..!!
ट्राई समथिंग बेटर मीरा.. (आई सेड तो हर, थोड़ा भाव खाते हुए)
ओके! फाइन..
आई लव यू..
क्या..?? (मैंने जानबूझ के कहा,हल्की सी मुस्कान के साथ)
आई लव यू. (कह के चुप हो गयी)
आई ऍम सॉरी, आई डीड नॉट हर्ड देट..
उसने एक लम्बी सांस भरी, और फिर मेरे कानों के पास आ कर..
आई लव यू..आई लव यू..आई लव यू..आई लव यू
आई लव यू.. एंड आई ऍम छोली..
"अब तो मान जाओ प्लीज..!!" , वो इतना कह के नीचे देखने लगी..
मैं इधर, दूसरी तरफ देख के धीरे-धीरे मुस्कुराने लगा.
मैंने चुपके से अपना हाथ उसके कंधे पे रख दिया.
मुझे मुस्कुराता हुआ देख उसके चहरे पर भी हंसी आ गयी..
चल, चलाओ मेरा वाला फेवरेट!! (मैंने वो इयरप्लग्स का दूसरा सिरा लेते हुए कहा)
अभी बस दिल्ली कैंट ही पहुंची थी.. काफी लम्बा जाम लगा था..
लेकिन अब किसको फ़िक्र थी समय की. साथ जो हमसफ़र था..
मीरा ने मेरे कंधे पे अपना सर टिका दिया और चुपके से मेरे बाहों में अपनी बांह.
और फिर गाना चल पड़ा.. मेरा पसंदीदा..
"सौदागर, सौदा कर. दिल ले ले, दिल दे कर. दिल ले ले, दिल दे कर...

Saturday, 2 January 2016

Bus Yun hi

#‎रिकी_बॉस‬
बड़ा उदास दिख रहा था रिकी.
मैंने पूछा क्या हुआ बॉस..?
क्या बताऊ यार! माय लक सक्स!!
अबे! ऐसा क्यू कह रहा है तू?
देख न यार! मैं जब भी सफ़र पर निकलता हूँ. आई मीन अकेले!! कब्भी भी नहीं मुझे सही सी हमसफ़र या सहयात्री कह ले, नहीं मिली है.
लास्ट टाइम व्हेन आई वाज ट्रेवल्लिंग विथ माय फैमिली, बड़ी सही सी लड़की आई हमारे कम्पार्टमेंट में!!
बट, एज आई टोल्ड यू, आई वाज विथ माय फैमिली. सो आई कुडन्ट रेस्पोंसड हर स्माइल एंड आल देट.
ओह्ह!!!!!
हाँ, और क्या !! इफ यू रेमेम्बेर माय फर्स्ट ‪#‎लप्रेक‬ - ‪#‎वो_ट्रेन_वाली‬ जो थी.
हाँ-हाँ!! आई डू रेमेम्बेर!!
देट वाजन्ट जस्ट ए स्टोरी. अबे मेरी सच्ची कहानी थी वो!!
क्या बात कर रहा है बॉस!!
सच्ची??
हाँ., और क्या!! आयरनी ऑफ़ द सिचुएशन वाज देट, मैं तब भी अकेला नहीं था. नहीं, तो पक्का मैं उस कहानी को हैप्पी एंडिंग देता..
मतलब, कभी भी तुझे कोई नहीं मिली जब तू अकेला था..??
नहीं यार.
अरे हाँ !! एक बार मिली थी, बड़ी सही थी. मैं अपर बर्थ में था, और वो जस्ट सामने वाले बर्थ में लेटी थी.
काले सॉल में खुद को छुपा रखा था. शायद बहुत गहरी नींद में डूबी थी.
फिर..
फिर क्या हुआ? यू गाइज टॉकड?
न यार, फॉर बीइंग कम्फ़र्टेबल आई रिमूव्ड माय शूज.
इतना कह रिकी चुप हो गया.
ओये फिर क्या हुआ??
तुझे क्या लगता है ? क्या हुआ होगा?
रिकी बोला- फिर मुझे कुछ याद आया, व्हेन आई वाज टेलिंग माय मम्मी, डे बिफोर यस्टरडे, की ये मरे हुए चूहे की बदबू कहाँ से आ रही है माँ ..??
भाई! रहने दे, मैं समझ गया.!!
आगे कुछ मत बतइयो..
फिर तो तूने उसको पलट के भी नि देखा होगा..?? या वाईसवर्सा.. tongue emoticon
मुझे हंसी आ जाती है..
चल कोई न..
इस बार देखना शायद कोई मिल जाये!! तेरे सफ़र को हसीं बनाने वाली..
और हाँ, अपने जूतें जरुर चेक करते रहना दो दिन पहले से. tongue emoticon
:- ‪#‎MJ_की_कीपैड_से‬

सुहाना सफ़र

#‎लप्रेक‬
‪#‎सुहाना_सफ़र‬
खिड़की से आते हुए हवा के ठन्डे झोकें मेरे चेहरे पर जैसे थपकियाँ मार रहे थे. पूरे शरीर में सर सराहट दौड़ रही थी.
रात तो अँधेरी ही थी, तो बाहर का कुछ ख़ास नहीं देख पा रहा था.
आँखें बंद कर ली मैंने कुछ देर बाद.
कानों में कुमार सानू का "धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है" चल रहा था. की तभी किसी ने मेरे कन्धों पर दो बार टैप किया. मेरी आँख खुली, इट वाज टी.टी.ई.
मैंने ध्यान दिया ठीक से, आँखों को दो बार रगड़ा, इफ आई वाज ड्रीमिंग..
इट वाज गर्ल..
इट्स नॉट यूज़अल, देट यू गेट टू सी ए फीमेल टिकट चेकर.
सर, कैन आई सी योर टिकट..?
येह! व्हाई नॉट..!
मैंने अपना वालेट से टिकट निकला.
हेयर इट इज..
मैंने अपना टिकट उसकी और बढ़ाया..
आल राईट... कैन आई सी योर वेलिड आई.डी..?
ओये होए मजे आ गए रिकी तेरे तो..
लड़की आई.डी मांग रही है तेरा.
शी मस्ट बी अराउंड 25 ऑर 26. नॉट बैड हाँ..??
एक्सक्यूज मी सर...!! यू आल राईट..??
ओह... आई ऍम सॉरी!!
मैं ,जरा खयालों से बाहर आया.. कहाँ कहाँ खो जाता है तू भी,.. सिली थॉट्स.. wink emoticon
मैंने अपने वालेट से आई.डी निकाल कर उसके ओर मुस्कुराते हुए बढ़ाया.
उसने एक बार मेरे चेहरे को देखा और एक बार आई.डी की ओर नज़रें मिलायी.
इज एवेरीथिंग फाइन..??
येह..!! (थोड़ा मुस्कुरा के बोली इस बार)
देयर इज माय कांटेक्ट नंबर टू ..!!
मैंने हल्की मुस्कराहट और शरारती आँखों से देख कर आई कार्ड के नीचली तरफ इशारा किया.
वो हल्के से हँस पड़ी.
आल राईट..!! ठीक है..!! (मुस्कुराते हुए बोली)

सर! इफ यू कैन प्रोवाइड मी योर ईमेल आई.डी फॉर फीडबैक पर्पस ऑफ़ योर जर्नी, इंडियन रेलवे विल रियली एप्प्रेसिएट देट..!!
आहां...
मैं मुस्कुराया..
येह श्योर!!
rikilovesyou2@ जीमेल.कॉम.
हँसते हुए बोली- थैंक यू सर! वाज नाइस टॉकिंग टू यू!!
आहां.. प्लेजर इज आल माइन ब्यूटी..
और हाँ, डेट्स माय फेसबुक यूजर आई.डी. टू.. सी यू देयर.
आई विंकड एट हर.. वो मुस्कुरायी और आगे बढ़ गयी.
अगेन आई पुट माय इयरप्लग्स ऑन.. क्लोज्ड माय आईज और खो गया मैं अपने अगले सॉंग ट्रैक पे..
"आज उनसे मिलना हैं हमें.. आज उनसे मिलना हैं..."
:- ‪#‎MJ_की_कीपैड_से‬

सफरनामा‬

#‎रिकी_बॉस‬
‪#‎ऐसे_ही‬
‪#‎सफरनामा‬
पीलीभीत से (इज्ज़त नगर) बरेली के लिए पैसंजर ट्रेन (meter gauge)में जैसे तैसे सीट मिली. क्यूंकि ये पैसंजर थी तो इसमें ज्यादातर लोकल ही बन्दे हुआ करते है.
सामने वाला बंदा यही कोई 30-35 साल के बीच रहा होगा. moto E में कोई न्यूज़ की वेबसाइट सर्फ कर रहा था. नीचे काफी मूंगफली के छिलके पड़े हुए थे. शायद पहले वाले यात्री खा के गए होंगे.
आई वाज लिटिल वियरी. वाजन्ट कैर्रिंग मच लगेज. आई वाज विथ माय बॉय, माय सन. डोंट गेट मी रोंग. आई मेंट माय लैपटॉप. grin emoticon एंड सन इसीलिए क्यूंकि लेनोवो डजन्ट साउंड फीमेल. tongue emoticon इफ इट वुड सोनी देन इट वुड डेफिनेटली कॉल इट माय गर्ल.
एनीवे एज आई वाज विथ माय बेबी. सो हाउ आई कुड बी... यू क्नो चैन से सो हो सकता था.? मुझे लग रहा था सामने वाला चोर है, एंड मेय बी वाईसवर्सा grin emoticon क्यूंकि वो भी नहीं सो रहा था. मैंने रिस्क लिया. लैपटॉप बैग को दोनों पैरों के बीच रख के,आँखें बंद की.
लगभग दो घंटे का पूरा सफ़र था. बीच में मेरी आँख खुली. तो देखता हूँ, की वो बंदा अपनी गोद में एक पोलीथिन में रखी मूंगफली को खा, छिलके नीचे ट्रेन के फर्श पे फ़ेंक रहा था. मेरी नींदें उड़ गयी, इससे कहूँ या ना कहूँ..?? इसी उधेड़बुन में लगा था, बीच में उसने तम्बाकू खा नीचे पुड़िया फ़ेंक दी. होली शिट!!! देट वाज द लिमिट.
मैंने उससे कुछ सोच के कहा..
भैया आपके देश का क्या नाम है..??
मतलब..?? (अजीब नज़रों के साथ)
मैंने दोबारा पुछा (आई कुडन'ट लेट हीम गो इजिली)
मतलब....आप कौन से देश में रहते है?
हिंदुस्तान... इंडिया (मुस्कुराते हुए)
ओह... तो आप इसी देश के हैं..??
और आप इसे ही गन्दा कर रहे है. (उसके जवाब देने का इंतज़ार किये ही बिना मैं दोबारा बोल पड़ा.)
अभी खिड़की बंद है नहीं तो मैं इसे बाहअ...
अच्छा.. मतलब फिर बाहर गन्दा करते..??
अब क्या करूँ, शुरू से ही ये आदत लगी है.. (हलकी झिझक के साथ मुस्स्कुराते हुए बोला )
तो भैया.. आदत बदली भी तो जा सकती है...??
जब मैं बदल सकता हूँ तो आप क्यों नहीं..??
कमाल है न!! देश सबको साफ़ सुथरा चाहिए लेकिन कोई अपना योगदान नहीं दे सकता.
मैंने आपको देखा moto E चलाते हुए, मुझे लगा आप पढ़े-लिखे इंसान होंगे.
बट आई ऍम सॉरी. आई वाज रोंग..
वो चुप हो गया.
आई बेट देट ही वाज फीलिंग गिल्टी. लेकिन सच्चा हिन्दुस्तानी था वो.. ढीठ!!
सो ही कंटिन्यूड डूइंग देट शिट्टिंग..!!
फिर और क्या कहता मैं..?? चुप हो गया मैं..
आई रेमेम्बेर व्हेन आई यूज्ड टू टेल माय फ्रेंड्स, टू नॉट लिट्रर (litter)एनी व्हेयर..
वो साले! कमीने.! मेरे बैग में ही डाल दिया करते थे, इंस्टेड ऑफ़ डस्टबीन और देयर ओन(own)बैग.
रिकी!!! मोदी के भक्त?? (सब कहते मजाक में )
येह! मेय बी!! बट आई ऍम नॉट द ब्लाइंड वन..!!
अगर कुछ अच्छा है तो वो अच्छा है, एंड आई विल डेफिनेटली फॉलो देट.!!
अब तक मैं कहता था आई ऍम इंडियन. लेकिन नाउ आई कैन टेल यू अब मुझमें भारत बसता है
. येह! आई मीन इट.. करके तो देखो अच्छा लगता है.!!!
मैं अभी से अपने 4 साल के भांजे को सिखाता हूँ, की कूड़े को, कूड़ेदान में ही डालो.
उसे क्या पता देश की हालत.
की कैसे लोग ‪#‎EvenAndOdd‬ के ऊपर जोक्स बना के मजे ले रहे हैं. वो अब तक नहीं जगे हैं, फॉर देयर एन्वायरमेंट.
एक बेहतर कल के लिए थोड़ी तकलीफ नहीं उठा सकते!!
नामुराद!! tongue emoticon (इफ यू क्नो व्हाट आई मीन बाय देट)
भांजा तो अभी ठीक ही है. बस कह देता है .. "अच्छा मामू". बाद का पता नहीं.
दिस न्यू इयर व्हाई डोंट आल वी मेक रेजोल्यूशन फॉर आवर क्लीन इंडिया फॉर ए बेटर इंडिया..
खाली मोदी का ही काम नहीं है इंडिया के अच्छाई के लिए कुछ करना.
यू कैन आल्सो कंट्रीब्यूट. बिलीव मी!! यू कैन!!
‪#‎न्यू_ईयर‬ ‪#‎रेजोल्यूशन‬
‪#‎dont_litter‬
‪#‎क्लीन_इंडिया‬
:- ‪#‎MJ_की_कीपैड_से‬

‎रिकी बॉस‬ ‪- ‎परिचय

#‎रिकी_बॉस‬
‪#‎परिचय‬
मैं कॉलेज से घर के लिए निकला. कॉलेज के बस स्टॉप पे पहुंचा.
बस स्टॉप पहुँचते ही 794 दिखी. जिसको मैं सुपर सेक्सी बस कहा करता था. नहीं ऐसा नहीं की वो बिकिनी पहन के आती थी. 
(वैसे आपको बता दूं - 794 DTC की एक बस का नंबर है अगर आपको ना पता हो)
वो इसीलिए क्योंकि देट वाज द ओनली बस जो मुझे मेरे घर के स्टॉप तक शोर्टेस्ट रूट से पहुचाया करती थी. और सुपर सेक्सी ही इसीलिए क्यूंकि "सेक्सी" नाम मैंने बस नंबर 724 को दे रखा था. क्योंकि वो घर से 2 स्टॉप पहले तक ही थी. 
हाँ तो मैं वहां पंहुचा और देखा की 794 के पीछे "बाहरी मुद्रिका" आ रही है.
अरे हाँ, वही बाहरी मुद्रिका जिसका रूट दिल्ली में सबसे लम्बा है. बहुत घुमा के ले जाती है बाबा रे..
हालाँकि वो भी मेरे घर के स्टॉप तक जाती है. वैसे तो मैं 794 देख के ही उसमे घुस जाया करता था. पर लेकिन पता नहीं उस दिन क्यू मैं बाहरी मुद्रिका में घुस गया.
देखा पीछे बस में एक सीट खाली है. सो आई रीचड देयर. अपने सहयात्री से पुछा मैंने पुछा, बॉस ये अपना बैग उठा लोगे?
उसने मेरी ओर देखे बिना ही अपना बैग उठा के अपने पास रख लिया. और मैं बैठ गया. बस कुछ ही दूर गयी होगी, जब उसने कहा-
भाई! तिलक पुल जाती है न बस..??
मैंने कुछ याद किया और बोला - हाँ!! अभी काफी टाइम है.
"अच्छा! आप कहाँ तक जायेंगे?", उसने पुछा
"आपसे 3 स्टॉप पहले है मेरा वाला.
" ओह...!!
(आई नोटिसड हिज व्रिस्ट, देयर वाज ए टैटू रिटेन एज R.B (होरिजेंटली) एंड उस B के ऊपर एक और B (वर्टिकली) लिखा था. यानी B.B)
व्हट्स देट मीन? (उधर इशारा करते हुए कहा)
ओह.. R.B मीन्स "रिकी बॉस"
येह! रिकी!! देट वुड बी मी. (अपनी तरफ इशारा करते हुए कहा)
एंड दिस B.B मीन्स "बिहारी बाबू".
व्हाट !! यू सीरियस ? यू फ्रॉम बिहार..?
व्हट्स देयर टू बी सीरियस.? ओफ़्कौर्से आई ऍम.
वेल!! यू डोंट लुक लाइक देम.!! (हल्की मुस्कान के साथ)
जस्ट बिकॉज़ आई एम् वेल ड्रेस्ड..?
नो नो नो .. यू आर गेटिंग मी रोंग..!! आई डोंट मीन डेट! इट्स जस्ट योर एक्सेंट..!!
हाँ, मैं लगभग 15 सालों से बाहर रह रहा हूँ. देट्स व्हाई..
ओह!!
अगर हमारे पास भी इतनी मूलभूत सुविधाएँ रहती, तो हमें भी अपना घर अपना गाँव नहीं छोड़ना पड़ता.. (कहते कहते वो चुप हो गया.)
"एनीवे, वहां तिलक पुल में कहाँ जाना है?"
"बस ऐसे ही. हेव सम वर्क देयर इन गोल्ड जिम."
ओके..
बस दिल्ली कैंट पहुँची, और अब बस में थोड़ी भीड़ बढ़ गयी. एक बुजुर्ग आदमी ने हमारे आगे बैठे वाले बन्दे से सीट मांगी..
"अंकल थोड़ी प्रॉब्लम है" बोल कर खिड़की से बाहर देखने लगा.
"अंकल आप यहाँ बैठ जाइये." प्लीज..!!
मैंने आवाज़ का पीछा किया. एंड इट वाज रिकी. आई वाज लिटिल सप्राइज्ड.
"नहीं इट्स ओके बेटा!! आई विल बी फाइन.." अंकल थोड़ी ख़ुशी के साथ बोले. मैंने नोटिस किया इस बार उनके आँखों में चमक थी.
"नहीं अंकल, आई इंसिस्ट .प्लीज, मेरा स्टॉप, बस आने ही वाला है."
अंकल उसकी सीट पर बैठ गए.
आई सॉ रिकी, और यकीं मानिए उसकी आँखों में कुछ ज्यादा ख़ुशी उनसे ज्यादा चमक देख रहा था.
"कुछ अच्छा करना " शायद इसे ही कहते हैं.!!
"आई रियली अप्प्रीसिएट देट रिकी." मैं बोला..
अरे कोई न.. कह के मुस्कुरा दिया.
"दिस वाज द लीस्ट आई कुड डू,.. यू क्नो फॉर... ह्यूमैनिटी.."
आई शूक माय हेड विथ अ स्माइल . देट वाज रियली कूल ऑफ़ हीम. आई वाज वेरी इम्प्रेस्सेड.
वी एक्सचेंजड आवर कॉन्टेक्ट्स. मेरा स्टॉप आने ही वाला था. मैंने कहा चल, चलता हूँ!!! बाय रिकी.
आई मीन.. रिकी बॉस!!! (हँसते हुए बोला मैं)
बाय एम जेए.. ही वेब्ड हिज हैण्ड..
और बस आगे बढ़ गयी...
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दुपट्टा‬

#‎रिकी_बॉस‬
‪#‎शहरी_बाबू‬
‪#‎दुपट्टा‬
ओहो! रागिनी कैन यू बी लिटिल क्विक..?
वी आर आलरेडी लेट..!! दे मस्ट बी वेटिंग फॉर अस.
आ गयी यार!! (रूम के अन्दर से आवाज़ आई)
आई कान्ट फाइंड माय दुपट्टा.. (दरवाजे पे आकर बोली)
आई डोंट क्नो.. यू लुक फाइन, कम ऑन!
नो, आई नीड देट.
व्हाई इज देट..? यू लुक प्रीटी ऑसम!!
आई क्नो. बट स्टिल आई नीड देट.!! (दोनों हाथों को कमर पे रख के बोली)
कितनी प्यारी तो लग रही है तू इसमें.. आजा..
तुम्हें लग रही हूँ.? तुम्हें तो लगूंगी ही.. प्यार जो है.!!
अच्छा!!
तुम्हें क्या पता है कैसा महसूस होता है, जब लोग घूरते है..??
एव्री टाइम आई लीव माय हाउस आई फील लाइक आई ऍम ऑन एनी शिट्टी एक्स्हीब्यूसन. द मोमेंट यू स्टेप ऑन द स्ट्रीट, पीपल स्टार्टस स्टेयरिंग एट यू , इट्स लाइक गेटिंग मेंटली रेप बाय एव्री सिंगल पर्सन ऑन द रोड. यू क्नो हाउ डिसग्स्टिंग इज देट. क्या बिगाड़ा है, मैंने उनका? आई डोंट इवन क्नो देम..? फिर क्यूं हमें वो ऐसे... (कहते कहते गला भर आया उसका)
मैंने उसके हाथों को अपने हाथों में ले लिया.
लुक इनटू माय आईज..
आई क्नो आल देट रागिनी!! आई कैन अंडरस्टैंड यू.. लुक... हम उनका कुछ नहीं कर सकते है. जिसकी नीयत ख़राब होती है वो तो कुछ भी कर सकता है. डजन्ट मैटर इफ वन इज इन साड़ी और शॉर्ट्स.. ये हमपे डिपेंड करता है की हाउ वी डील फ्रॉम दोज..
यू क्नो दोज आर ओल्ड स्कूल एंड स्टुपिड वन्स.. नहीं पता उन्हें की
"मर्दानगी लड़की छेड़ने में नहीं, बल्कि उनकी इज्जत करने में है, उन स्टीरियोटाइप्स सोच के खिलाफ आवाज़ उठाने में है.
" वो मुस्कुराने लगी.
व्हाट..??
नथिंग... आई ऍम लकी, टू हेव यू ...
"शहरी बाबू".
व्हाट..?? "शहरी बाबू" व्हट्स देट..?? (हल्की मुस्कान के साथ मैंने पुछा)
इट्स यू..!! द नेक्स्ट जेन मेन!! यू क्नो लाइक द रियल 21वीं सदी का बंदा..
काश!! सभी तुम्हारे जैसे ही होते, तो मुझे कभी दुपट्टे की जरुरत ही नहीं पड़ती..
कुछ वक़्त लगेगा रागिनी.. इट्स इंडिया..
बट डजन्ट इट साउंड्स लाइक एनी साउथ इंडियन मूवी नेम..
"द रियल 21वीं सदी का बंदा.."
दोनों साथ हँस पड़े...
चल आजा... ( मैंने कहा)
आई स्टार्टेड बाइक.
उसने मुझे पीछे से कस के पकड़ लिया..
और दोनों चल पड़े..
महफूज़. बेफिक्र, निडर ज़माने से.... आजाद पंक्षी.
:- ‪#‎MJ_की_कीपैड_से‬

#‎न्यू_ईयर‬ @ ‪#‎छुटकपन‬ @ ‪#‎बचपन‬


‪#‎बदलाव_समय_का‬
"माँ, कल मैं 8 बजे ग्रीटिंग्स बांटने निकल जाऊंगा."
आप ब्रेकफास्ट बना के रखियेगा. माँ, प्लीज मैं लेट नहीं होना चाहता.!!
"हाँ- हाँ , ठीक है, ठीक है पहले अभी तो सोने जा बेटा."
और हाँ, मेरे लिए नाश्ते में प्लीज- प्लीज खाली हलवा ही बनाना.
"मैं पेट भर सिर्फ हलवा ही खाऊंगा. नथिंग एल्स!!"
माँ बस मुस्कुरा देती है..
उतनी ठंडी में, सुबह 7 बजे ही उठ जाता था..
"सुबह उठते ही पहला काम, मम्मी पापा के पैर छू आशीर्वाद लूँगा", ये सोच के सोता था.
और वैसा करता भी था..!! अच्छा लगता था..
(करा है कभी आपने..?? कर के देखिये..!! जरुर अच्छा लगेगा.)
"माँ, नाश्ता लगा दो, दोस्त लोग मेरा इंतज़ार कर रहे होंगे."
"थैंक यू माँ, हलवे के लिए."
"उम्म्म्म... बहुत अच्छा है ये.."
"जरा आराम से खा बेटा!!, थोड़ा गरम है..!!"
खाना खाने के बाद सबसे जरुरी काम अपने ग्रीटिंग्स निकालता था. फिर उसमें,. उस समय के फनी शायरियां लिखता था.
हाँ, इन्क्लुडिंग वो डब्बे वाले. grin emoticon जो आज भले ही पी.जे (p.j)लगते हो.
मोस्टली बॉलीवुड हीरोज के मेरे ग्रीटिंग्स हुआ करते थे.. सबको चुन-चुन के लाता था.
सलमान,गोविंदा,संजय,अजय,आमिर आम या नार्मल दोस्तों के लिए. जो एक रु में अमूमन मिल जाए करते थे.
नहीं, शाहरुख़ नहीं, शाहरुख़ हकलाता है. (ऐसा मैं तब सोचता था, अब पता चल गया है, की ये उसकी एक्टिंग का ही हिस्सा है) क.क.क.क. किरण... सॉरी!! ‪#‎बैड_जोक‬. grin emoticon
उसको नहीं ख़रीदा करता था.
कटिंग वाले, फोल्डिंग वाले और डिजाईन वाले स्पेशल फ्रेंड और बेस्ट फ्रेंड के लिए, जिनकी स्टार्टिंग प्राइस 2 या 3रु हुआ करती था.
आठ - सवा आठ तक घर से निकल जाना होता था. फिर डाकिया जैसे जिसका घर सबसे पास में हो उसको पहले दे दो.
बस ऐसे ही घूमते- घूमते, दोपहर 12 तक घर पहुंचा करता था. और ये बात 2002ई. की होगी शायद.
देन आई यूज़ड टू बी इन सेकंड स्टैण्डर्ड..!!
फिर घर में जब 2007 में सेल फ़ोन आया.. फिर ये सिलसिला कम होता गया..
"पा.. 12 के रिचार्ज में आप 30 लोगों को मैसेजस भेज सकते हो या विश कर सकते हैं. "
"करवा लो.." पापा भी कह देते..
और फिर धीरे धीरे ये पूरी तरह ख़तम हो गया. लास्ट न्यू ईयर का ग्रीटिंग मुझे शायद 2011 में संजय से मिला था.
बस उसके बाद तो फिर धीरे धीरे वास्सएप्प और हाईक जैसे ने जगह ले ली.
अगर कुछ नहीं बदला है तो वो आशीर्वाद लेना एंड आल देट और हाँ, हलवा भी..
डिमांड तो कर दी है मैंने माँ से, "इस बार 2 kg गाजर का हलवा बनेगा.."
"पोने 2kg (1750g) मेरे लिए और बाकीं में आप और पापा देख लेना..." (आई ऍम वेरी फूडी)
"हाँ, जैसे 2kg खा ही लेगा..?? पागल..!!", माँ हँस के कहती.
आज भी पापा साल के पहले दिन और स्पेशली दिवाली के दिन पैसे खर्च नहीं करना चाहते, अन्लेस इट्स अर्जेंट.
और तो कुछ ख़ास नहीं बदला शिवाय मेरे साल के आखरी रात के.
पहले सोने से पहले, बस अगले दिन के मजे के बारे में,अच्छा खाना, घूमने पे मिलने वाला मजा और ढेर सारे मिलने वाले चोक्लेट्स
के बारे में सोचा करता था.
और अब बस यही ख्याल रहता है. क्या दिन क्या रात...
"अभी, वो टाइम एंड डिस्टेंस और सिंपल इंटरेस्ट का चैप्टर बचा है यार, कब खत्म करेगा तू उनको.."
"अरे! उस बैंकिंग वाले फॉर्म की लास्ट डेट आने ही वाली है.. जल्दी से भर देना.."
सबसे इम्पोर्टेन्ट-
"ओह गॉड!! अभी भी 206 मूवीज "अनसीन" फोल्डर में बची है, कब खत्म करेगा तू उनको.."
"कित्ता केयरलेस है तू"
  गॉड ब्लेस इंडिया..
‪#‎हैप्पी_न्यू_ईयर_टू_आल‬
:- ‪#‎MJ_की_कीपैड_से‬