रास्ता पता है मगर..मंजिल से अनजान हूँ

रास्ता पता है मगर..मंजिल से अनजान हूँ

Saturday, 18 July 2015

कुछ भी - सर्विस टैक्स

कितनी आसानी से कह दिया उसने -
"भूल जाना मुझे",
वो कसमें , वो वादे 
7 जीने के इरादे ,
मिटा देना मेरे वी सारे  ई-मेल,
 मेसेज एंड फैक्स ,
मैंने भी सोच लिया था,

‪#‎छोडूंगा न तुझे,
जब तक न लौटती तू मेरे वो 

 7258.48rs.विथ  ‪#‎सर्विस_टैक्सgrin emoticon
‪#‎कुछ_भी‬

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